मुर्शिदाबाद हिंसा पर चौंकाने वाली रिपोर्ट, BJP ने ममता सरकार को घेरा

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यों की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सैंप दी है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ममता सरकार को घेरा हैं. भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसको लेकर एक पोस्ट शेयर किया है.

अमित मालवीय ने इस पोस्ट में लिखा, यह ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी पर अब तक का सबसे निंदनीय आरोप हो सकता है. मुर्शिदाबाद दंगों पर रिपोर्ट में सीधे तौर पर उनकी पार्टी और स्थानीय पार्षद और विधायक सहित इसके निर्वाचित प्रतिनिधियों को हिंसा को बढ़ावा देने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कुछ भी नहीं करने का दोषी ठहराया गया है. उनके द्वारा किए गए कामों और चूक ने पुलिस और नागरिक प्रशासन को हिंदुओं के घरों को जलाए जाने के दौरान निष्क्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित किया.

इस रिपोर्ट को और भी महत्वपूर्ण बनाने वाली बात इसका स्रोत है: कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त एक समिति, जिसमें NHRC के सदस्य और पश्चिम बंगाल कानूनी और न्यायिक सेवाओं के अधिकारी शामिल हैं. इसमें संस्थागत वजन और विश्वसनीयता है.

यह ममता बनर्जी के बार-बार दोहराए जाने वाले दावे को पूरी तरह से ध्वस्त कर देता है कि “बाहरी लोग” जिम्मेदार थे. असली सच्चाई यह है: मुर्शिदाबाद दंगों को इस संवेदनशील सीमावर्ती जिले में हिंदुओं की जनसांख्यिकी को कम करने के लिए टीएमसी द्वारा आयोजित किया गया था.

ममता बनर्जी बंगाल की विरासत पर एक धब्बा हैं. उनकी राजनीति पश्चिम बंगाल के निर्माण के पीछे की मूल भावना का उल्लंघन करती है – बंगाली हिंदुओं के लिए एक मातृभूमि, न कि वोट बैंक की हिंसा का खेल का मैदान.

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