केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल में छात्रों से बातचीत के दौरान बताया कि नरेंद्र मोदी की सरकार भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए बुनियादी ढांचा, निवेश, नवाचार और समावेशिता पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सीतारमण वर्तमान में न्यूयॉर्क से वाशिंगटन डीसी के लिए आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में भाग लेने के लिए यात्रा कर रही हैं।
उन्होंने छात्रों को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 8 वर्षों में 450 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) किया गया है, जिसमें से लगभग 40 अरब अमेरिकी डॉलर की चोरी से बचाया गया है। इस डिजिटल प्रक्रिया ने भारत को धोखाधड़ी और फर्जी खाताधारकों के मामलों को कम करने में मदद की है, जिससे करदाताओं के धन की जिम्मेदारी सुनिश्चित हुई है।
सीतारमण ने कहा, “2047 में, जब हम स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मनाएंगे, हम एक विकसित देश बनने की आकांक्षा रखते हैं।” उन्होंने किसानों, महिलाओं, युवाओं और गरीबों की आवश्यकताओं को समझने और उन्हें संसाधनों तथा अवसरों तक पहुंच प्रदान करने पर भी जोर दिया।
सीतारमण वाशिंगटन डीसी में विभिन्न महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेंगी, जिसमें जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक शामिल है।