लद्दाख में राज्य की मांग को लेकर हाल ही में हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के दौरान मशहूर शिक्षा सुधारक और पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी ने देशभर में हलचल मचा दी है. वांगचुक को 26 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया, जिसे उनकी पत्नी गीतांजलि आंगमो ने संविधान के खिलाफ बताया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अनुच्छेद 32 के तहत रिट याचिका दायर करते हुए गिरफ्तारी को असंवैधानिक करार दिया और न्याय की गुहार लगाई है.
गीतांजलि का कहना है कि यह कार्रवाई लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है, जबकि वांगचुक ने हर बार अहिंसा और शांति के साथ अपनी बात रखी है. वांगचुक की गिरफ्तारी ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच भी चिंता बढ़ा दी है. लेह में प्रदर्शन के चलते लगाए गए कर्फ्यू में अब ढील दी जा चुकी है और आठ दिन बाद स्कूल व बाजार खोल दिए गए हैं, लेकिन इंटरनेट अब भी बंद है. सुरक्षा व्यवस्था कड़ी बनी हुई है, और दशहरे का त्योहार भी इस बार नहीं मनाया गया। लद्दाख बार एसोसिएशन 6 अक्टूबर तक न्यायिक कार्य से दूर रहेगा. इंटरनेट बहाली पर 3 अक्टूबर को फैसला आने की संभावना है.


