तबादलों से परेशान HAS ने मांगी VRS, बोले- मुझे विमल नेगी नहीं बनना

बार-बार तबादलों से परेशान होकर हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा (एचएएस) अधिकारी संजीव भोट ने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति की घोषणा कर दी है, भोट ने ये फैसला ढाई साल में चार बार तबादलों से परेशान होकर लिया है, भोट ने बकायदा इसके लिए प्रदेश के मुख्य सचिव के पास आवेदन भी कर दिया है. मीडिया से मुखातिब होते हुए भोट ने कहा कि प्रदेश सरकार अच्छा काम कर रही है, उससे कोई शिकायत नहीं मगर साथ ही उन्होंने अपने ही प्रदेश के बिना नाम लिए कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को अपने जूनियर अधिकारियों के साथ भाई भतीजावाद की नीति के तहत काम करने का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि कुछ अफसरों की वजह से उन्हें भी प्रताड़ित होना पड़ रहा है.

एसडीएम धर्मशाला के पद पर रहे एचएएस अधिकारी संजीव कुमार भोट ने कहा कि मुझे विमल नेगी नहीं बनना इसलिए परिवार की खातिर मुझे नौकरी छोड़ने का निर्णय लेना पड़ा है,काबिलेगोर है कि 29 मई 2023 को प्रदेश सरकार ने उन्हें एसी-टू-डीसी रिकांगपिओ (किन्नौर) के पद पर नियुक्ति दी थी. यहां पर करीब छह माह सेवाएं दीं,  इसके बाद प्रदेश सरकार ने उन्हें डोडरा क्वार में एसडीएम के पद पर ट्रांसफर किया. जहां पर करीब एक माह तक सेवाएं दीं लेकिन, मार्च 2024 में एसडीएम धर्मशाला के पद पर ट्रांसफर कर दिया, अभी इन्हें एसडीएम धर्मशाला के पद पर काम करते हुए एक साल भी नहीं हुआ कि अब इन्हें एसडीएम भरमौर के पद पर तबादला कर दिया गया है, लेकिन इन सब के बीच अब उन्होंने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन कर दिया है.

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