नागपुर में सोमवार की शाम को शुरू हुई हिंसा देर रात तक और ज्यादा भड़क गई. इसमें कई पुलिसकर्मियों के चोटें आई हैं. वहीं अब इस घटना को लेकर दर्ज हुई एफआईआर में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें तीन ऐसी घटनाओं का जिक्र है जिसके चलते शाम को हिंसा तेज हो गई.
दरअसल, नागपुर मामले में एफआईआर के मुताबिक पुलिस थाना गणेशपेठ के अंतर्गत सोमवार सुबह के बीच वीएचपी, बजरंग दल के 200 से 250 कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की खबर हटाने के नारे देकर प्रतीकात्मक कब्र जलाकर आंदोलन किया. इस मामले में वैंकूवर पुलिस ने वीएचपी, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर कारवाई की.
इसके के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज पुतले के पास के परिसर में दोपहर की नमाज के बाद वीएचपी, बजरंग दल के आंदोलन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए 200-250 लोग जमा हुए और नारेबाजी शुरू की. इनका आक्षेप था कि जिस प्रतीकात्मक कब्र को जलाया गया उसपर हरे रंग का कपड़ा का था जिसपर कुरान की आयात लिखी हुई थी. इस उग्र भीड़ ने आगजनी करने का धमकी दी.
