कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण कुछ सालों में दिए गए अभिभाषणों की तरह ही था. उसमें कुछ नया नहीं था. राहुल ने कहा कि इस देश का भविष्य युवा और नौजवान तय करेंगे. बेरोजगारी का हल अभी तक नहीं निकल पाया है. न ही यूपीए की सरकार में और न ही एनडीए की सरकार में इसका हल निकल पाया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का ‘मेक इन इंडिया’ का आइडिया अच्छा था लेकिन उससे कुछ हुआ नहीं. मैं ये नहीं कह रहा कि पीएम मोदी ने कोशिश नहीं की. मगर प्रधानमंत्री की कोशिश का कोई नतीजा नहीं निकला.
राहुल ने आगे कहा कि मैन्युफैक्चरिग ना बढ़ने से बेरोजगारी बढ़ रही है. देश में असामनता बढ़ रही है. रोजगार को लेकर सरकार की नीति साफ नहीं है. खुद में एआई अर्थहीन है. डेटा के बिना एआई का मतलब क्या है. AI से पहले हमें डेटा पर काम करना चाहिए. चीन हमसे 10 साल आगे है. उन्होंने कहा कि हमारे पास उत्कृष्ट कंपनियां हैं जो उत्पादन को व्यवस्थित करने का प्रयास करती हैं. मूलतः हमने जो किया है वह यह है कि हमने उत्पादन का संगठन चीनियों को सौंप दिया है. यह मोबाइल फोन, भले ही हम कह रहे हैं कि हम इस मोबाइल फोन को भारत में बनाते हैं, यह सच नहीं है. यह फ़ोन भारत में नहीं बना है. यह फोन भारत में असेंबल किया गया है. इस फोन के सभी कंपोनेंट चीन में बने हैं. हम चीन को टैक्स दे रहे हैं.
