कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन लगातार चौथी रात भी जारी रहा। साल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य भवन के बाहर भारी बारिश के बीच प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने सुरक्षा उपाय बढ़ाने और मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की।
कोलकाता पुलिस ने स्थिति पर नजर रखने के लिए विरोध स्थल और आसपास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। यह कदम तब उठाया गया है जब जूनियर डॉक्टर चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं और सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार तक डॉक्टरों के काम पर लौटने की समय सीमा निर्धारित की है।
डॉक्टरों ने इस मुद्दे पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की है। डॉक्टरों ने 13 सितंबर को हुई बैठक का सीधा प्रसारण करने के अनुरोध को ठुकराने और मुलाकात न करने के लिए ममता बनर्जी पर नाराजगी जताई। उन्होंने तर्क दिया कि संसदीय चर्चाओं और प्रशासनिक बैठकों का सीधा प्रसारण होता है, तो उनकी बैठक का भी होना चाहिए।
मुख्यमंत्री से बैठक में सीधा प्रसारण की मांग
डॉक्टर अनुस्तुप मुखर्जी ने मीडिया से कहा, “हमने सरकार के साथ बैठक का सीधा प्रसारण करने की कोशिश की, लेकिन यह मुद्दा बातचीत योग्य नहीं रहा। जब मुख्यमंत्री स्वयं प्रशासनिक बैठकों का प्रसारण प्रोत्साहित करती हैं, तो हमारा अनुरोध अनुचित नहीं था।” उन्होंने कहा कि उन्हें बैठक हॉल के बाहर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट छोड़ने को कहा गया, जिससे कार्यवाही रिकॉर्ड करने का कोई मौका नहीं रहा।
ममता बनर्जी का इस्तीफे की पेशकश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया और कहा कि उन्हें पद का कोई मोह नहीं है, बल्कि वह पीड़िता को न्याय दिलाने और नागरिकों को चिकित्सा सेवाएं दिलाने को लेकर अधिक चिंतित हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, “मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। मुझे पद की चिंता नहीं है, बल्कि मैं पीड़िता के लिए न्याय चाहती हूं और आम लोगों की चिकित्सा सेवाओं को लेकर अधिक चिंतित हूं।”
गौरतलब है कि 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में दूसरे साल की पोस्टग्रेजुएट मेडिकल छात्रा के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने पर डॉक्टरों ने विरोध तेज कर दिया है।