न्यूज़ फ्लिक्स भारत, हिमाचल। शिमला के संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने उग्र प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली. वहीं, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया जिसमें पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए.
बता दें कि प्रदर्शन करने आए लोगों का कहना था कि यह अस्मिता की लड़ाई है और इसलिए संजौली के सभी लोग यहां पर पहुंचे हैं. यह हिंदू-मुस्लमान का विवाद नहीं है. वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमने कहा था कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, हमें शांति से धरना देने की इजाजत मिलनी चाहिए थी.
वहीं, अब पुलिस बल की तैनाती के बीच हालात सामान्य हो रहे हैं. संजौली में बाजार खोले जा रहे हैं साथ ही लोगों की आवाजाही सुचारू हो गई है. पुलिस ने मस्जिद के पास से सभी प्रदर्शनकारियों को हटा दिया है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए. “कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है. लोगों को शांतिपूर्वक विरोध करने का अधिकार है, लेकिन किसी भी समुदाय को नुकसान नहीं होना चाहिए,”.
हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शांति की अपील करते हुए कहा कि मस्जिद विवाद पर सरकार आवश्यक कानूनी कदम उठाएगी. “यह केवल एक ढांचे का मामला नहीं है, बल्कि ऐसे चार-पांच हज़ार से अधिक ढांचे हैं. यह मामला पिछले 14 वर्षों से नगर आयुक्त के न्यायालय में लंबित है और इसे शीघ्र निपटाने के प्रयास किए जाएंगे,”
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी प्रदर्शनकारियों से निषेधाज्ञा का उल्लंघन न करने की अपील की. “अवैध मस्जिद का मामला बहुत संवेदनशील है और इसे साधारण रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. राज्य के अन्य हिस्सों में भी तनाव फ़ैल सकता है, इसलिए सरकार को शीघ्रता से कार्रवाई करनी चाहिए.