कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बयान पर राष्ट्रपति भवन ने प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रपति भवन ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं की टिप्पणियों से उच्च पद की गरिमा को ठेस पहुंची है। ऐसी टिप्पणियां घटिया, दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से टालने योग्य हैं।
राष्ट्रपति भवन ने अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने संबोधन के दौरान किसी भी पल थकी नहीं थीं. उन्होंने पूरे आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ संसद को संबोधित किया. विशेष रूप से जब वे हाशिए पर खड़े समुदायों, महिलाओं और किसानों के अधिकारों की बात कर रही थीं, तब वे और भी ज्यादा संकल्पित थीं. राष्ट्रपति को विश्वास है कि इन वर्गों की आवाज उठाना कभी भी थकावट का कारण नहीं बन सकता, बल्कि यह उनके कर्तव्य का एक अहम हिस्सा है.
इसके अलावा, राष्ट्रपति भवन ने कांग्रेस नेताओं की हिंदी भाषा की समझ पर भी सवाल उठाए. बयान में कहा गया कि संभवतः ये नेता हिंदी भाषा की लोकोक्तियों और मुहावरों से भली-भांति परिचित नहीं हैं, जिसके कारण उन्होंने राष्ट्रपति के भाषण की गलत व्याख्या कर ली. राष्ट्रपति भवन ने कहा कि ऐसे भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण बयानों से बचा जाना चाहिए, जो न केवल अनावश्यक विवाद खड़ा करते हैं, बल्कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचाते हैं.
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