भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद देश के सामने सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौती है. गोरखपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चीन के साथ सीमा को लेकर तनाव लगातार बना हुआ है, जबकि पाकिस्तान छद्म युद्ध (proxy war) के ज़रिए भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता रहा है.
जनरल चौहान ने कहा कि पाकिस्तान की रणनीति हमेशा से भारत को “हजार ज़ख्म देकर लहूलुहान करने” की रही है. उन्होंने ये भी बताया कि अब युद्ध सिर्फ ज़मीन या सीमा तक सीमित नहीं है, बल्कि साइबर और अंतरिक्ष जैसे नए क्षेत्र भी इसमें जुड़ गए हैं. उन्होंने ये भी बताया कि भारत के दोनों पड़ोसी देश, चीन और पाकिस्तान परमाणु हथियार संपन्न हैं, इसलिए यह तय करना और भी कठिन हो जाता है कि किस परिस्थिति में किस तरह की सैन्य कार्रवाई की जाए.
जनरल चौहान ने “ऑपरेशन सिंदूर” का ज़िक्र करते हुए बताया कि यह अभियान अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया था. इस दौरान भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ बदला लेना नहीं था, बल्कि यह दिखाना था कि भारत का धैर्य भी एक सीमा तक है.
