भारत के कई सीमावर्ती राज्यों में आज मॉक ड्रिल, शाम 5 बजे से ब्लैकआउट और निकासी अभ्यास शुरू

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच 31 मई 2025 को केंद्र सरकार द्वारा “ऑपरेशन शील्ड” के तहत एक बड़ा नागरिक सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) आयोजित किया जा रहा है। यह अभ्यास उन सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किया जा रहा है, जहां किसी भी आकस्मिक हमले की स्थिति में जनता और प्रशासन की तैयारी को परखा जा सके।

इस अभ्यास में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य शामिल हैं। यह मॉक ड्रिल शाम 5:00 बजे से शुरू होगी और इसमें ब्लैकआउट (बिजली बंद करने), हवाई हमले के सायरन, ड्रोन हमले के सिमुलेशन, निकासी अभ्यास और आपातकालीन सेवाओं की तैनाती शामिल हैं।

📍 प्रमुख बिंदु:

  • जम्मू में, रात 8:00 बजे से 8:15 बजे तक ब्लैकआउट किया जाएगा। इस दौरान सभी नागरिकों से कहा गया है कि वे घर की सभी लाइटें बंद करें और खिड़कियों को कपड़ों या पर्दों से ढक लें ताकि कोई रोशनी बाहर न जाए।
  • चंडीगढ़ में, किशनगढ़ और आईटी पार्क क्षेत्रों में रात 8:00 बजे से 8:10 बजे तक ब्लैकआउट होगा। साथ ही सेक्टर 47 स्थित एक सैन्य अड्डे पर ड्रोन हमले और 20 लोगों की आपात निकासी का अभ्यास किया जाएगा। इसके अलावा चिकित्सा टीमों की तैनाती और रक्त यूनिट्स का इंतजाम भी किया जाएगा।
  • अहमदाबाद के शाहीबाग छावनी और वीरमगाम पुलिस लाइन में शाम 5:00 बजे से गतिविधियां शुरू होंगी, जिनमें हवाई हमले का सिमुलेशन, संचार प्रणाली की जांच और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अभ्यास शामिल है। यह सभी गतिविधियाँ शाम 7:45 बजे ब्लैकआउट के साथ समाप्त होंगी।
  • अमृतसर में शाम 6:00 से 7:00 बजे तक सुरक्षा अभ्यास किया जाएगा, और इसके बाद रात 8:00 से 8:30 बजे तक ब्लैकआउट लागू रहेगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान घरों के अंदर रहें और सभी लाइटें बंद रखें।

🛡️ अभ्यास का उद्देश्य:

यह अभ्यास 7 मई को हुए पहले राष्ट्रीय सुरक्षा ड्रिल के बाद का दूसरा चरण है। पहले चरण में सामने आई कमियों को सुधारने के लिए यह मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। अभ्यास का उद्देश्य यह देखना है कि अगर कोई हवाई, ड्रोन या मिसाइल हमला होता है, तो नागरिक, प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से प्रतिक्रिया दे सकती हैं।

इस मॉक ड्रिल में एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर), एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना), होम गार्ड, और अन्य स्वयंसेवक संगठन भाग ले रहे हैं। केंद्र सरकार ने इस अभ्यास की पूरी निगरानी की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय को दी है।

⚠️ नागरिकों के लिए जरूरी सूचना:

सरकार और स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, यह केवल एक मॉक ड्रिल है। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि जब सायरन बजे, तो वे तुरंत लाइटें बंद कर दें, बाहर न निकलें, और प्रशासन द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें।

इस अभ्यास से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी आकस्मिक हमले या आपदा की स्थिति में देश की सुरक्षा प्रणाली, आपातकालीन सेवाएं और नागरिक प्रतिक्रिया पूरी तरह तैयार हो।

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