इंफाल: मणिपुर के कांगपोकपी जिले में शनिवार को हुई हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। रविवार सुबह इलाके में शांति बनी रही, लेकिन डरे हुए लोग अनिश्चितता की स्थिति में हैं। कुकी समुदाय ने सुरक्षाबलों की कार्रवाई के विरोध में अनिश्चितकालीन बंद बुलाया है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
क्यों भड़का तनाव?
शनिवार को कुकी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए। इस झड़प में महिलाएं और सुरक्षाबलों के जवान भी घायल हुए थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे, जिसके बाद हिंसा और भड़क गई।
फ्री ट्रैफिक मूवमेंट का विरोध
प्रदर्शनकारी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के फ्री ट्रैफिक मूवमेंट की अनुमति का विरोध कर रहे हैं। इसी के खिलाफ कुकी समुदाय ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सड़कों को टायर जलाकर और पेड़ गिराकर ब्लॉक कर दिया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
कांगपोकपी जिले में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है। एनएच-2 और अन्य संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबल लगातार गश्त कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने गुलेल से सुरक्षाबलों पर पथराव किया और करीब पांच सैन्य वाहनों के शीशे तोड़ दिए।
27 सुरक्षाकर्मी घायल
मणिपुर पुलिस ने घटना पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि कुकी प्रदर्शनकारियों के हमलों में 27 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की, टायर जलाए और सड़कों को बाधित कर दिया।
फिलहाल, प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है, लेकिन तनाव की स्थिति बनी हुई है।