रांची में बर्ड फ्लू की दस्तक, 100 से अधिक पक्षियों की मौत, इंसानों के लिए भी खतरा

रांची में नॉनवेज, खासकर चिकन खाने वालों के लिए सतर्क होने का समय आ गया है। झारखंड की राजधानी रांची के कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वेटरनरी कॉलेज पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू (H5N1) यानी एवियन इन्फ्लूएंजा फैलने की पुष्टि हुई है। संक्रमण के कारण 100 से अधिक मुर्गियां और लगभग एक दर्जन बटेर की मौत हो गई है।

NIHSAD भोपाल में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि

बड़ी संख्या में पक्षियों की अचानक मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया और मृत पक्षियों के सैंपल को जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (NIHSAD), भोपाल भेजा गया, जहां H5N1 वायरस की पुष्टि हुई।

संक्रमण रोकने के लिए उठाए गए कदम

  • संक्रमित क्षेत्र के 10 किलोमीटर के दायरे में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
  • सभी संक्रमित मुर्गियों और पक्षियों को नष्ट कर दफनाया गया है।
  • इलाके में दवा का छिड़काव कर संक्रमण को फैलने से रोकने की कोशिश की जा रही है।
  • प्रभावित क्षेत्र में अनाधिकृत प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।

पहले भी फैल चुका है बर्ड फ्लू

गौरतलब है कि अप्रैल 2024 में भी रांची के मोरहाबादी स्थित पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई थी। तब प्रशासन ने फार्म की सभी मुर्गियों, अन्य पक्षियों और अंडों को नष्ट करने के निर्देश दिए थे।

चिकन और अंडों की बिक्री पर प्रतिबंध

संक्रमण को देखते हुए 10 किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों, अंडों की खरीद-बिक्री, उत्पादन और परिवहन पर रोक लगा दी गई है।

बर्ड फ्लू इंसानों के लिए कितना खतरनाक?

H5N1 वायरस मुख्य रूप से पक्षियों को संक्रमित करता है, लेकिन अगर यह इंसानों में फैलता है तो गंभीर श्वसन संक्रमण और यहां तक कि मौत का कारण बन सकता है। इसलिए प्रशासन ने सतर्क रहने और पूरी सावधानी बरतने की अपील की है।

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