कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में एक शिकायत दर्ज की गई है। यह मामला खरगे द्वारा मध्य प्रदेश में दिए गए एक कथित विवादित बयान से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने कुंभ स्नान को लेकर सवाल उठाए थे। अधिवक्ता सुधीर ओझा का आरोप है कि खरगे का बयान धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है और इससे समाज में धार्मिक असंतुलन पैदा करने की कोशिश की गई है। अदालत में दर्ज की गई शिकायत में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं का हवाला दिया गया है, जिनमें धार्मिक भावनाओं को आहत करने और सार्वजनिक शांति को भंग करने के आरोप लगाए गए हैं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने पर सवाल उठाते हुए यह कहा था कि क्या गंगा में स्नान करने से गरीबी दूर हो जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता कैमरों के लिए डुबकी लगाने में लगे हुए हैं। महू में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली में खरगे ने कहा था कि भाजपा नेता तब तक डुबकी लगाते हैं जब तक वह कैमरों में अच्छा न दिखे। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी की धार्मिक आस्था पर सवाल नहीं उठा रहे हैं और यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची हो, तो वह माफी मांगने के लिए तैयार हैं।
