महाराष्ट्र में कांग्रेस की अंदरूनी कलह और भाजपा की ऐतिहासिक जीत: नाना पटोले के नेतृत्व पर सवाल

न्यूज़ फिल्क्स भारत। 2021 में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने वाले नाना पटोले ने अपने मुखर नेतृत्व के कारण कई बार सुर्खियां बटोरीं। 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने महाराष्ट्र में 17 में से 13 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया, जिससे पार्टी को नई ऊर्जा मिली। हालांकि, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के भीतर विधानसभा चुनावों के सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ने लगा। खासतौर पर, कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), और एनसीपी के बीच सीट आवंटन को लेकर असहमति ने गठबंधन की एकता को चुनौती दी। कुछ सहयोगी दलों ने तो पटोले की मौजूदगी में बातचीत करने से भी इनकार कर दिया।

चुनाव परिणामों से ठीक पहले, पटोले ने यह दावा करते हुए विवाद खड़ा कर दिया कि अगली महा विकास अघाड़ी सरकार का नेतृत्व कांग्रेस करेगी। इस बयान ने शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत को नाराज कर दिया। पटोले के साहसिक और आत्मविश्वास भरे नेतृत्व के बावजूद, चुनाव परिणामों ने महा विकास अघाड़ी सरकार को जनता की ओर से स्पष्ट अस्वीकार का संकेत दिया।

भाजपा की ऐतिहासिक जीत ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा बदलाव लाया। पार्टी ने 149 में से 128 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए महायुति गठबंधन की स्थिति को और मजबूत कर दिया। हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के बाद भाजपा ने अपनी विजय यात्रा को महाराष्ट्र में भी जारी रखा। विपक्ष की हार ने कांग्रेस के भीतर अव्यवस्था को जन्म दिया, और पार्टी की असफलता का पहला बड़ा परिणाम नाना पटोले का इस्तीफा बनकर सामने आया।

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