न्यूज़ फ्लिक्स भारत। राजस्थान के कोटा रेल मंडल के सवाई माधोपुर स्टेशन से सुमेरगंज मंडी स्टेशन के बीच रेलवे के अत्याधुनिक दुर्घटना रोधी प्रणाली कवच 4.0 का सफल परीक्षण किया गया. 108 किलोमीटर लंबे रेल खंड पर अत्याधुनिक स्वचालित सुरक्षा कवच 4.0 सिस्टम को लॉन्च किये जाने के दौरान रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेन में सफर किया. ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी और लाल बत्ती आते ही ट्रेन अपने आप रुक गयी. कवच 4.0 के सफल ट्रायल के बाद रेलमंत्री ने रेलवे अधिकारियों और इंजीनियरों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि कवच 4.0 के तहत लोको पायलट अपनी कैबिन से 10 किलोमीटर दूर तक का सिग्नल देख सकते हैं. अगर ट्रेन रेड सिग्नल के पास पहुंच रही है और ड्राइवर ध्यान नहीं दे रहा है, तो कवच अपने आप ब्रेक लगा देगा.
कवच 4.0 रेलवे का अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली है, जो मुख्य रूप से ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बनाया गया है. यह तकनीक ट्रेनों के बीच टकराव और रेड सिग्नल को नजरअंदाज करने जैसी घटनाओं से बचाने में मदद करेगी. इस सिस्टम के तहत, यदि ट्रेन तय गति सीमा से अधिक गति में चल रही हो, तो पहले अलार्म बजेगा और जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी ब्रेक भी लग जाएगी. रेल मंत्री ने कहा कि कवच सिस्टम को बारिश, पहाड़ी इलाकों, तटीय इलाकों के अनुरूप विकसित किया गया है. अगले 5-6 सालों में पूरा नेटवर्क कवच से कवर हो जायेगा. कवच 4.0 की शुरुआत भारत में पहली बार सवाई माधोपुर से हुई है. इस क्षेत्र में कवच लगाने का काम पूरा हो चुका है. आने वाले वर्षों में 10 हजार इंजनों को कवच से कवर किया जायेगा. बता दें कि मई 2022 में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेल इंजनों को सुरक्षा कवच से लैस करने की पहल की थी.