दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार को खतरे के निशान (205.33 मीटर) को पार कर 205.80 मीटर तक पहुंच गया. इसके चलते यमुना पार इलाके और मयूर विहार जैसे निचले इलाकों में घरों में पानी घुसने लगा है. रातभर हुई भारी बारिश के कारण सड़कों और कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति बन गई है. हथिनीकुंड बैराज से 1.76 लाख क्यूसेक, वजीराबाद से 69,210 क्यूसेक और ओखला बैराज से 73,619 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है.
नदी किनारे बसे किसानों और उनके मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभियान चल रहा है. बचाव दल लगातार नावों की मदद से लोगों को निकाल रहे हैं. अब तक करीब 50-60 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. अधिकारियों ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है और बाढ़ प्रभावित इलाकों को खाली करने की अपील की जा रही है. नावों से लगातार अनाउंसमेंट की जा रही हैं ताकि लोग सतर्क रहें और सुरक्षित जगहों पर चले जाएं. अगर बारिश और पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी रहा, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है. लोगों को सलाह दी गई है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें.
