संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत सोमवार को राजनीतिक गर्माहट के साथ हुई। SIR मुद्दे पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने आ गए, जिसके चलते लोकसभा की कार्यवाही हंगामे के बीच दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। वहीं राज्यसभा की शुरुआत नए सभापति और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के स्वागत के साथ शांतिपूर्ण माहौल में हुई।
सरकार इस सत्र में दिवाला कानून, बीमा, सिक्योरिटीज मार्केट, राष्ट्रीय राजमार्ग, उच्च शिक्षा आयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कुल 14 अहम विधेयकों को पारित कराने पर फोकस कर रही है। सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने SIR को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला, जिससे आने वाले दिनों में बहस और तेज होने के संकेत मिल रहे हैं।
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभापति राधाकृष्णन की कार्यशैली की सराहना की और उनके सार्वजनिक जीवन के अनुभवों को प्रेरणादायक बताया। पीएम मोदी ने कहा कि राधाकृष्णन प्रोटोकॉल से ऊपर उठकर सेवा भावना के साथ काम करने वाले व्यक्तित्व हैं।
सत्र से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष को जिम्मेदार भूमिका निभाने की सलाह दी और कहा कि संसद को देश की प्रगति और जनता के मुद्दों पर केंद्रित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है और यह आत्मविश्वास संसद के कामकाज में भी झलकना चाहिए। वहीं प्रियंका गांधी ने पीएम की नसीहत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि SIR और प्रदूषण पर बहस ‘ड्रामा’ नहीं, बल्कि जरूरी मुद्दा है।


