जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गई है। विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर ‘हिंदू राष्ट्र से आजादी’ और ‘रामराज्य से आजादी’ के नारे लगाए गए हैं। इस घटना का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो किस दिन के प्रदर्शन का है।
Nsui (कांग्रेस) के सदस्यों ने #JNU से एमओई तक अपने मार्च के दौरान "हिंदूराष्ट्र से आजादी" और "रामराज से आजादी" के नारे लगाए।
— Sadhvi Prachi 🇮🇳 (@Sadhvi_prachi) August 24, 2024
हिंदूओ से नफरत उनके DNA में है और प्रभु श्री राम को गाली देने का कोई मौका नहीं छोड़ते।😠 pic.twitter.com/0NjNoNHLHm
इस तथाकथित वीडियो को साध्वी प्राची ने भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा, “NSUI (कांग्रेस) के सदस्यों ने JNU से एमओई तक अपने मार्च के दौरान ‘हिंदू राष्ट्र से आजादी’ और ‘रामराज्य से आजादी’ के नारे लगाए। हिंदुओं से नफरत उनके DNA में है और प्रभु श्री राम को गाली देने का कोई मौका नहीं छोड़ते।”
इस नारेबाजी को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की JNU इकाई ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। ABVP के JNU ईकाई के अध्यक्ष, राजेश्वर कांत दुबे ने आरोप लगाया कि कुछ वामपंथी और कांग्रेस समर्थित छात्र नारेबाजी के दौरान सनातन धर्म और भारत के खिलाफ अपमानजनक बातें करते हैं। उनका कहना है कि छात्रों की मांगों को लेकर हो रहे प्रदर्शनों में इन समूहों ने भारत विरोधी और सनातन विरोधी नारे लगाए, जोकि बेहद निंदनीय है।