बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल गरमाने लगा है। पहले चरण के नामांकन पूरे हो चुके हैं और अब सियासी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है। इस बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनती है, तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा? हालांकि भाजपा और जेडीयू की ओर से अब तक यह संकेत दिया गया है कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री पद के चेहरा होंगे, लेकिन इस पर अंतिम फैसला अभी स्पष्ट नहीं है।
इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। करीब 15 मिनट चली इस बैठक को चुनावी रणनीति के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। बैठक के बाद चिराग ने कहा कि एनडीए में किसी भी तरह का मतभेद नहीं है, सभी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।
चिराग ने बताया कि बैठक में चुनाव प्रचार को और धारदार बनाने और बिहार की जनता तक एनडीए की उपलब्धियां पहुंचाने पर चर्चा हुई। हालांकि जब उनसे बिहार के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने सीधा जवाब देने से परहेज किया और कहा कि “इस समय हमारा फोकस केवल जीत पर है, चेहरा कौन होगा, ये बाद में देखा जाएगा।”
पिछले कुछ दिनों से ऐसी खबरें थीं कि सीट बंटवारे को लेकर चिराग नाराज चल रहे हैं, लेकिन उन्होंने इन अटकलों को सिरे से खारिज किया।
महागठबंधन पर चिराग का हमला
चिराग पासवान ने विपक्षी महागठबंधन पर भी तीखा हमला बोला और कहा कि “जिस गठबंधन में अंदरूनी कलह है, उसे महागठबंधन नहीं, ‘लठबंधन’ कहा जाना चाहिए।” उन्होंने सवाल उठाया कि जब तेजस्वी यादव के नेतृत्व को ही उनका गठबंधन स्वीकार नहीं कर पा रहा, तो वे जनता के सामने किस चेहरे के साथ जाएंगे?
दो चरणों में होंगे बिहार चुनाव
बिहार में इस बार दो चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को कराया जाएगा। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी, जिसके बाद यह तय होगा कि बिहार की सत्ता किसके हाथ में जाएगी।
चिराग और अमित शाह की मुलाकात ने एनडीए खेमे में चुनावी उत्साह जरूर बढ़ा दिया है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस अब भी बरकरार है।


