केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह राजनीति से रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे, इस सवाल ने उन्होंने पर्दा उछा दिया है. सहकार संवाद कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मैंने फैसला लिया है कि राजनीति से रिटायरमेंट के बाद मैं अपना जीवन वेदों, उपनिषदों और प्राकृतिक खेती के अध्ययन को समर्पित करूंगा. प्राकृतिक खेती एक वैज्ञानिक प्रयोग है जिसके अनेक लाभ हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, जब मैं देश का गृहमंत्री बना तब लोग मुझसे कहते थे कि आपको तो बड़ा और अहम विभाग मिल गया है, लेकिन जिस दिन मुझे सहकारिता मंत्री बनाया गया, उस दिन मुझे लगा कि गृह मंत्रालय से भी बड़ा डिपार्टमेंट मुझे मिल गया है, जो देश के किसानों, गरीबों, गांवों व पशुओं के लिए काम करता है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान की सहकारिता क्षेत्र से जुड़ीं माताओं-बहनों और अन्य सहकारी कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार 9 जुलाई को ‘सहकार-संवाद’ किया. इस कार्यक्रम में शामिल कच्छ की मीरलबेन आशाभाई रबारी जी ने बताया कि कैसे मोदी जी के ‘सहकार से समृद्धि’ के संकल्प के तहत ऊंटनी के दूध के व्यवसाय में वृद्धि हुई है.
