पश्चिम बंगाल: दुर्गा पंडाल को लेकर सियासी घमासान, BJP ने ममता सरकार पर साधा निशाना

पश्चिम बंगाल में जहां दुर्गा पूजा की धूम है, वहीं एक दुर्गा पंडाल में ‘काबा-मदीना’ गीत बजने को लेकर राजनीतिक बवाल मच गया है. बीजेपी ने इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी पर आपत्ति जताई है और इसे तुष्टिकरण की राजनीति और हिंदू परंपराओं का अपमान करार दिया है.

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सवाल उठाया कि क्या दुर्गा पूजा जैसे हिंदू धार्मिक आयोजन में किसी अन्य धर्म का गीत बजाना “धर्मनिरपेक्षता” कहलाएगा? उन्होंने इसे ‘INDIA’ गठबंधन की रणनीति बताते हुए सनातन धर्म को कमजोर करने की साजिश करार दिया.

त्रिवेदी ने कर्नाटक सरकार द्वारा मुस्लिम लेखिका बानू मुश्ताक को मैसूर दशहरे का उद्घाटनकर्ता बनाए जाने पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस और टीएमसी जैसी पार्टियां वोट बैंक के लिए हिंदू भावनाओं की अनदेखी कर रही हैं. उन्होंने राहुल गांधी और ममता बनर्जी से इस मुद्दे पर स्पष्ट बयान देने की मांग की.

बीजेपी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि टीएमसी सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे सांस्कृतिक अभियानों को दबाने की कोशिश की और उन्हें सरकारी मदद से वंचित कर दिया। वहीं, भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी ममता बनर्जी पर सवाल उठाते हुए पंडाल में गीत चयन को ‘सोची-समझी रणनीति’ बताया है. इस पूरे मामले ने बंगाल की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है.

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