केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-यूएस द्विपक्षीय व्यापार सौदे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत अपनी शर्तों पर डील करता है. उन्होंने कहा राष्ट्रीय हितों के खिलाफ किसी भी समझौते को स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मौजूदा दौर की व्यापार वार्ता का आधार ‘India First’ नीति पर टिका है. बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति ने लागू किए गए रिस्टॉर्सन शुल्कों पर 90‑दिन की ढील दी है, जिससे दोनों देशों के प्रतिनिधियों को इस सौदे को अंतिम रूप देने का समय मिला है.
गोयल ने आशा व्यक्त की है कि इस बातचीत का पहला चरण इस सितंबर–अक्टूबर तक पूरा हो सकता है, और यह नब्बे दिनों के भीतर एक अस्थायी समझौते में परिणत होगा. उन्होंने बताया कि दोनों देशों को व्यापार को दोगुना कर 2030 तक 500 बिलियन डॉलर तक पहुँचाने का लक्ष्य है. हालांकि, उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रीय हितों का सौदा कभी नहीं किया जा सकता.
