संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 22 अप्रैल को सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2024 का फाइनल रिज्लट घोषित कर दिया है. हिमाचल प्रदेश के दो युवाओं ने इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया है. बता दें कि बिलासपुर जिला के झंडूता निवासी वैभव सिंह ने अपने पहले ही प्रयास में ही इस परीक्षा को पास करने में सफलता हासिल की है. उन्होंने 82वां स्थान हासिल किया है. जबकि किन्नौर के कामरू गांव के 23 वर्षीय प्रथम यांबुर ने दूसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की है. उन्होंने 841वां रैंक प्राप्त किया है.
बिलासपुर के झंडूता निवासी वैभव सिंह ने यूपीएससी परीक्षा पास कर 82वां रैंक हासिल किया है. बता दें कि वैभव के माता-पिता शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं. उनके पिता वीरेंद्र सिंह पनोह के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल हैं, जबकि उनकी मां मोनिका बिलासपुर के गवर्नमेंट कॉलेज में फिजिक्स की प्रोफेसर हैं. वैभव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रोहडू से प्राप्त की और दसवीं की परीक्षा शिमला पब्लिक स्कूल से हासिल की है औरत 12वीं डीएवी न्यू शिमला से की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में ऑनर्स के साथ अपनी ग्रेजुएशन पूरी की.
किन्नौर के कामरू गांव के 23 वर्षीय प्रथम यांबुर ने दूसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास करते हुए 841वां रैंक हासिल किया है. प्रथम के पिता व्यास सुंदर बागबान हैं और माता राजदेवी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं. प्रथम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिवालिक पब्लिक स्कूल सांगला से की और 12वीं जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ से की है. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कला स्नातक की पढ़ाई की. बता दें कि 2024 में प्रथम ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की थी. उनका चयन सीआईएसएफ कमांडेंट के तौर पर हुआ था. प्रथम भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बननाचाहते थे इसलिए उन्होंने कमांडेंट के पद पर ज्वाइन नहीं किया. अब उन्होंने यूपीएससी द्वारा सितंबर 2024 में आयोजित की गई परीक्षा में देशभर में 841वां रैंक हासिल करते हुए यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है.
