उत्तराखंड के चमोली में माणा गांव के पास शुक्रवार को हिमस्खलन की चपेट में आने से बीआरओ के 55 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए थे. अभी तक बर्फ के नीचे दबे 47 मजदूरों को बाहर निकाला जा चुका है. वहीं, आठ मजदूरों की तलाश अभी भी जारी है. गंभीर रूप से घायल 3 मजदूरों को ज्योतिर्मठ स्थित सेना के अस्पताल भेजा गया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी दी.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “माणा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के क्रम में 14 अन्य श्रमिकों को भी सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. बाहर निकाले गए श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.
उन्होंने आगे कहा कि गंभीर रूप से घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय, ज्योतिर्मठ में उपचार हेतु भेज दिया गया है. अभी तक कुल 47 श्रमिकों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका है. फंसे हुए अन्य श्रमिकों को भी जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कार्य किया जा रहा है.
वहीं, सीएम धामी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने फ़ोन पर बात कर जनपद चमोली के माणा में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने प्रदेश में हो रही बारिश और हिमपात की स्थिति पर भी विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान प्रधानमंत्री जी ने केंद्र सरकार की ओर से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान किए जाने का आश्वासन दिया.
