केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) को कड़ी चुनौती दी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक आतंकवाद का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता, तब तक पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। शाह ने कहा, “अगर किसी से बात करनी है, तो नौशेरा के ‘शेरों’ से करेंगे, पाकिस्तान से नहीं। कश्मीर में अब केवल तिरंगा लहराएगा।”
यह रैली भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना के समर्थन में आयोजित की गई थी। इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, और पीडीपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के मुद्दे पर फारूक अब्दुल्ला के बयान की आलोचना करते हुए कहा, “फारूक अब्दुल्ला जम्मू की पहाड़ियों में आतंकवाद के पनपने की बात कर रहे हैं, लेकिन यह मोदी सरकार है, हम आतंकवाद को जड़ से मिटा देंगे। कोई भी आतंकवादी या पत्थरबाज अब रिहा नहीं होगा। BJP जम्मू-कश्मीर के लोगों को विश्वास दिलाती है कि यहां कोई आतंकवादी खुलेआम नहीं घूमेगा।”
आरक्षण के मुद्दे पर भी अमित शाह ने कांग्रेस और नेकां पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “70 वर्षों तक कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने पहाड़ी भाई-बहनों का आरक्षण छीन रखा था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने वादा किया था कि पहाड़ियों को आरक्षण दिया जाएगा, और हमने अपना वादा निभाया। फारूक अब्दुल्ला अब गुर्जर भाइयों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं राजौरी में किए अपने वादे पर कायम हूं कि गुर्जर-बकरवाल का आरक्षण एक प्रतिशत भी कम नहीं होगा।”
अमित शाह ने राहुल गांधी की भी आलोचना की, जिन्होंने अमेरिका में दिए एक बयान में आरक्षण पर पुनर्विचार की बात कही थी। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी कहते हैं कि अब इनका विकास हो चुका है, अब इन्हें आरक्षण की जरूरत नहीं है। लेकिन हम आपको आरक्षण हटाने नहीं देंगे।”
शाह के इस संबोधन में कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों पर तीखा प्रहार किया गया और यह संदेश दिया गया कि भाजपा जम्मू-कश्मीर के विकास और सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।