राज्यसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर हंगामा, किरन रिजिजू का विपक्ष पर हमला

न्यूज़ फ्लिक्स भारत। विपक्ष द्वारा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सदन जमकर हंगामा हुआ. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बयानबाजी हुई. जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. वहीं, संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को “सभापति का अपमान” करार दिया है. उन्होंने इसे विपक्ष का गैर-जिम्मेदाराना कदम बताया और कहा कि यह संवैधानिक प्रक्रियाओं का दुरुपयोग है. 

रिजिजू ने कहा, “सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना न केवल उनके अधिकारों और गरिमा का उल्लंघन है, बल्कि यह लोकतंत्र की मूलभूत परंपराओं पर भी हमला है. विपक्ष इस प्रकार के कदम उठाकर संसद की गरिमा को ठेस पहुंचा रहा है.” यह विवाद तब शुरू हुआ जब विपक्षी दलों ने राज्यसभा में धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. विपक्ष का आरोप है कि धनखड़ अपने कार्यों में निष्पक्षता नहीं बरत रहे हैं और सत्तारूढ़ दल के पक्ष में झुके हुए हैं. विपक्ष ने यह भी कहा कि धनखड़ ने कई बार संवैधानिक दायित्वों का उल्लंघन किया है. 

हालांकि, रिजिजू ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि धनखड़ ने सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए हमेशा प्रयास किया है. उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि “अविश्वास प्रस्ताव लाने का कोई आधार नहीं है. विपक्ष केवल राजनीतिक लाभ के लिए यह कदम उठा रहा है.” 

राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया को संविधान के अनुच्छेद 67 के तहत परिभाषित किया गया है. इसके लिए सदन के कुल सदस्यों का एक निश्चित हिस्सा प्रस्ताव का समर्थन करना जरूरी होता है. इस बीच, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्ष के इस कदम की कड़ी आलोचना की है. पार्टी ने इसे “असफल राजनीतिक रणनीति” करार दिया और कहा कि इससे विपक्ष की कमजोर स्थिति उजागर होती है. 

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