यूनेस्को ने 13 दिसंबर को जारी बयान में बताया कि वर्ष 2025 में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की यूनेस्को प्रतिनिधि सूची में कुल 67 नए तत्वों को जोड़ा गया है। यह निर्णय अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण से जुड़ी अंतरसरकारी समिति के 20वें सत्र में लिया गया, जिसका आयोजन 8 से 13 दिसंबर तक भारत की राजधानी नई दिल्ली में हुआ।
इस सत्र में 67 जीवंत सांस्कृतिक विरासत तत्वों की समीक्षा की गई। इनमें से 11 तत्वों को तत्काल संरक्षण की आवश्यकता वाली अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया, जबकि 53 तत्वों को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में स्थान मिला। इसके अलावा एक तत्व को उत्कृष्ट संरक्षण प्रथाओं की सूची में चुना गया।
यूनेस्को ने यह भी बताया कि प्रभावी संरक्षण उपायों के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए दो विरासत तत्वों को तत्काल संरक्षण सूची से हटाकर प्रतिनिधि सूची में स्थानांतरित किया गया है। साथ ही, उनसे जुड़ी संरक्षण परियोजनाओं को भी उत्कृष्ट संरक्षण प्रथाओं की सूची में शामिल किया गया।
इनमें चीन के हेजे जातीय समुदाय की ‘इमाकान’ परंपरा खास रही, जिसे अब मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है। इससे वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक विविधता और संरक्षण प्रयासों को नई पहचान मिली है।


