आज हिमाचल कांग्रेस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून 1934 को हुआ था और उन्होंने हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और उन्होंने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रेरणा से राजनीति में आए थे और उन्होंने अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। आज के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वीरभद्र सिंह की याद में श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर वीरभद्र सिंह के जीवन और कार्यों को याद किया गया और उनके योगदान को सराहा गया।
वीरभद्र सिंह का निधन 8 जुलाई 2021 को लंबी बीमारी के बाद हुआ था। उनके निधन से हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा हुआ था। आज उनकी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके कार्यों और योगदान को याद किया गया। हिमाचल प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण मंत्री और वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भी अपने पिता को याद किया। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वे अपने पिताजी दिखाई राह पर ही आगे बढ़ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार और पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री रहे को कौल सिंह ने वीरभद्र सिंह को याद किया। उन्होंने कहा कि नई आधुनिक हिमाचल के निर्माता थे. वीरभद्र सिंह के जीवन से सभी को सीखने की ज़रूरत है।
