महाराष्ट्र में राज्य सरकार ने कक्षा 1 से 5 तक छात्रों के लिए हिंदी को अनिवार्य तीसरी भाषा करने का फैसला लिया है. इस पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वे हिंदी को अनिवार्य करने का विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हिंदी को अनिवार्य नहीं बनने देंगे. ठाकरे ने कहा हमें हिंदी से कोई परहेज नहीं है,लेकिन इसे जबरन क्यों थोपा जा रहा है.
वहीं, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा अनिवार्य है,इसे सबी को सीखना चाहिए. इसके साथ ही अगर आप दूसरी भाषाएं सीखना चाहते हैं तो सीख सकते हैं. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हिंदी का विरोध और अंग्रेजी को बढ़ावा देना आश्चर्यजनक है. अगर कोई मराठी का विरोध करता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
