शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का कहना है कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी को बंद या सीमित करने की सरकार की कोई मंशा नहीं है। यह बात उन्होंने अपने मंडी जिला के दौरे के दौरान सुंदरनगर में कही। रोहित ठाकुर ने कहा कि क्लस्टर यूनिवर्सिटी का कंसेप्ट यूपीए सरकार लेकर आई थी और उसी के तहत मंडी जिला को क्लस्टर यूनिवर्सिटी की सौगात दी गई थी जिसे बाद में सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के रूप में पूर्ण पहचान मिली।
उन्होंने कहा प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता पर पूरा ध्यान दे रही है। पूर्व सरकार के समय प्रदेश शिक्षा के लिहाज से 21वें पायदान पर पहुंच गया था जबकि हिमाचल प्रदेश हमेशा टॉप 3 में शामिल रहा। मौजूदा सरकार ने अब इसमें काफी ज्यादा सुधार किया है। हमें उम्मीद है कि अब प्रदेश टॉप 10 राज्यों की सूची में शामिल होगा। यूनिवर्सिटी और स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन पर सरकार ध्यान केंद्रीत करते हुए आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ आरोप लगान होता है और वह उसी काम को कर रहे हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को प्रदेश में लागू करवाने को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग इस पर लगातार मंथन कर रहा है। एनईपी को लागू करने में यूनिवर्सिटी का अहम रोल है लेकिन मौजूदा सत्र तक यूनिवर्सिटी प्रबंधन इसकी तैयारियां पूरी नहीं कर पाया था, जिस कारण इसे इस सत्र से लागू नहीं किया जा सका। रोहित ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने की कोई समय सीमा तय नहीं की गई है और हर प्रदेश की अपनी अलग-अलग चुनौतियां हैं जिसके चलते वहां इसे लागू करने पर मंथन चल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार भी इसे आधे-अधूरे ढंग से लागू नहीं करना चाहती ताकि उसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पढ़े। भविष्य में जैसे ही इसकी तैयारी मुकम्मल हो जाएगी तो इसे तुरंत प्रभाव से प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।
