18 जून 2025 को भारत ने समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की. भारतीय नौसेना में देश में निर्मित पहला एंटी-सबमरीन वारशिप ‘INS अर्नाला’ औपचारिक रूप से शामिल हो गया. यह युद्धपोत ‘प्रोजेक्ट 1248’ के तहत गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स द्वारा बनाया गया है और इसका निर्माण ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत किया गया है. इसमें 80% से अधिक स्वदेशी उपकरण और तकनीक का उपयोग किया गया है, जो रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है.
INS अर्नाला, अपने अत्याधुनिक सोनार, टॉरपीडो और एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चरों से लैस है, जो समुद्र के भीतर छिपे दुश्मन पनडुब्बियों का पता लगाकर उन्हें नष्ट करने में सक्षम है. यह पोत भारतीय नौसेना के तटीय सुरक्षा मिशनों, निगरानी अभियान और गश्त के लिए एक महत्वपूर्ण साधन साबित होगा. INS अर्नाला की तैनाती से हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक पकड़ और मजबूत होगी. यह ऐतिहासिक दिन भारतीय नौसेना की बढ़ती ताकत और तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक है.
