तिरुपति लड्डू विवाद की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बनाई स्वतंत्र SIT

न्यूज़ फ्लिक्स भारत। तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रासद विवाद मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतंत्र एसआईटी का गठन कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह करोडों लोगों की आस्था का सवाल है और अगर आरोपों में जरा भी सच्चाई है तो यह अस्वीकार्य है. कोर्ट ने कहा है कि किसी वरिष्ठ केंद्रीय अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर नई जांच करवाई जाए. इससे लोगों को भरोसा बढ़ेगा. सुप्रीम कोर्ट ने पांच सदस्यीय एसआईटी गठित की है. जिसमें सीबीआई, पुलिस और FSSAI के अधिकारी शामिल हैं.

केंद्र सरकार की ओर से कोर्ट में पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्हें मामले की जांच कर रही एसआईटी के सदस्यों पर पूरा भरोसा है. उन्होंने सुझाव दिया कि एसआईटी की जांच की निगरानी केंद्र सरकार के किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जा सकती है. 30 सितंबर को मामले की सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने मेहता से यह तय करने में सहायता करने को कहा था कि क्या राज्य द्वारा नियुक्त एसआईटी द्वारा जांच जारी रखी जानी चाहिए या एक स्वतंत्र एजेंसी द्वारा जांच की जानी चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित एसआईटी में 2 सीबीआई के अधिकारी, 2 आंध्र प्रदेश पुलिस के अधिकारी व एक FSSAI  का अधिकारी जांच कमेटी में शामिल होगा. जांच की निगरानी सीबीआई डायरेक्टर करेंगे. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम नहीं चाहते कि यह एक पॉलिटिकल ड्रामा बने. यह दुनिया भर के करोड़ों लोगों की भावनाओं से जुड़ा मामला है. सौभाग्य या दुर्भाग्य से, इसमें दोनों पक्ष शामिल हैं.



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