न्यूज़ फ्लिक्स भारत। OpenAI और ChatGPT को लेकर कई खुलासे करने वाले सुचिर बालाजी की मौत हो गई है. अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को स्थित उनके फ्लैट पर उनकी लाश मिली. जिसकी पुष्टि सैन फ्रांसिस्को पुलिस और मुख्य चिकित्सा परीक्षक के कार्यालय ने की है. बता दें कि भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक सुचिर बालाजी 4 साल तक OpenAI के साथ काम कर चुके थे. सुचिर ने नौकरी छोड़ने के बाद OpenAI पर चैटजीपीटी को लेकर आरोप लगाए थे.
सुचिर ने 24 अक्तूबर 2024 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, मैं लगभग 4 वर्षों तक OpenAI में था और उनमें से अंतिम 1.5 वर्षों में ChatGPT पर काम किया. शुरू में मुझे कॉपीराइट, उचित उपयोग आदि के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन GenAI कंपनियों के खिलाफ दायर सभी मुकदमों को देखने के बाद मैं उत्सुक हो गया. जब मैंने इस मुद्दे को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की, तो मैं अंततः इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि बहुत सारे जेनेरिक एआई उत्पादों के लिए उचित उपयोग एक बहुत ही असंभव बचाव की तरह लगता है, मूल कारण यह है कि वे ऐसे विकल्प बना सकते हैं जो उनके द्वारा प्रशिक्षित डेटा के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं. पर मैं अपनी पोस्ट में इस बात पर अधिक विस्तृत कारण लिख चुका हूं कि मैं ऐसा क्यों मानता हूं. जाहिर है, मैं एक वकील नहीं हूं, लेकिन मुझे अब भी लगता है कि गैर-वकीलों के लिए भी कानून को समझना महत्वपूर्ण है.