एनबी ब्यूरो, नालागढ़ :
हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण संरक्षण के लिए गठित हिम परिवेश संस्था ने औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में प्रदूषित पानी से हो रहे कैंसर व चर्म रोगों के मुद्दे को उठाया है। संस्था की एक बैठक शुक्रवार को नालागढ़ में आयोजित की गई। बैठक में चर्चा के दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि आईआईटी मंडी व जम्मु की रिपोर्ट में भी खुलासा हो चुका है कि बीबीएन के पानी में कैंसर जैसी घातक बीमारी फैलाने वाली धातुएं बड़ी मात्रा में मौजूद हैं, लेकिन उसके बावजूद भी बदस्तूर क्षेत्र में प्रदूषण के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी तरह से अवैध खनन के कार्यों पर अंकुश लगाने के लिए स्थानीय प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है। संस्था के पदाधिकारियों ने कहा कि वह इन सारे मामलों की जानकारी के साथ एक पत्र प्रदेश सरकार के सचिव को लिखने जा रहे हैं, ताकि क्षेत्र के पर्यावरण व लोगों के जीवन के साथ हो रहे खिलवाड़ पर प्रतिबंध लगाया जा सके।
हिम परिवेश पर्यावरण संस्धा द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए संस्था के अध्यक्ष लक्ष्मी सिंह ने कहा कि पिछले दो साल से एसडीएम के साथ संस्था के पदाधिकारी खनन रोकने को लेकर बैठक करवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन एसडीएम को ओर से समय नहीं दिया गया है। इससे संस्था के पदाधिकारियों में रोष व्याप्त है। वर्ष 2022 में हुई बैठक में जो फैसले हुए थे, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन अवैध खनन के प्रति कितना गंभीर है। क्षेत्र में अभी तक किसी खनन क्षेत्र की निशानदेही करके न बुर्जियां लगाई गई न ही सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। संस्था इस बारे में सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखेगी। पलासड़ा में लग रहे कारखाने में अपनी पानी की आपूर्ति के लिए 800 फीट गहरे ट्यूबवैल खोद दिए है। इससे नालागढ़ क्षेत्र की पेयजल योजनाओं को सूखने का खतरा पैदा हो गया है।
बैठक में प्रस्ताव पारित करके बीड प्लासी में सरकारी जमीन पर हो रहे अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इसके अलावा बीबीएन के क्रशरों में कच्चा माल व तैयार माल को लेकर किसी उचित संस्था से जांच करने की मांग की है। नरेश घई ने कहा कि बरसात के समय में नदी नालों में खनन पर सरकार ने रोक लगा रखी है, लेकिन बावजूद इसके भी बीबीएन में अंधाधुंध खनन हो रहा है। प्रशासन से इस पर रोक लगाने की मांग की है। इसके साथ ही सरकार से प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। बैठक में अंजना शर्मा, यशपाल, कुलदीप सिंह, सुरेंद्र कुमार, रामपाल, रणविजय सिंह, प्रेम चंद, गुरदयाल सिंह व बाल किशन शर्मा उपिस्थत रहे।