महिला सहकर्मी को देखकर गाना सेक्सुअल हैरेसमेंट नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट

बॉम्बे हाई कोर्ट ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के मामले में एक पुरुष बैंक कर्मचारी के खिलाफ आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की रिपोर्ट और पुणे औद्योगिक न्यायालय के फैसले को खारिज कर दिया, जिसमें निष्कर्ष अस्पष्ट और निराधार बताया गया. मुख्य आरोपों में से एक यह था कि मीटिंग के दौरान महिला सहकर्मी से कहा गया कि आप अपने बालों को संभालने के लिए JCB का इस्तेमाल कर रही होंगी और ‘ये रेशमी जुल्फ़ें’ गाने की एक लाइन गाई. एकल जज जस्टिस संदीप मार्ने ने कहा कि यह मानना ​​मुश्किल है कि याचिकाकर्ता विंदो कचावे का आचरण यौन उत्पीड़न के बराबर होगा.

जस्टिस मार्ने 18 मार्च को पारित आदेश पर कहा कि “जहां तक ​​पहली घटना का सवाल है, यह याचिकाकर्ता द्वारा शिकायतकर्ता के बालों की लंबाई और मात्रा के संबंध में टिप्पणी करने और उसके बालों से संबंधित एक गीत गाने से संबंधित है. याचिकाकर्ता द्वारा शिकायतकर्ता के प्रति कथित रूप से की गई टिप्पणी की प्रकृति को देखते हुए यह विश्वास करना मुश्किल हो जाता है कि यह टिप्पणी शिकायतकर्ता को किसी भी तरह का यौन उत्पीड़न करने के इरादे से की गई. टिप्पणी किए जाने के समय उसने खुद कभी भी इस टिप्पणी को यौन उत्पीड़न नहीं माना.”

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