सरस्वती पैराडाइज स्कूल का झगड़ा राज्यपाल तक पहुँचा, 986 बच्चों का भविष्य खतरे में

न्यूज़ फ्लिक्स भारत। शिमला के सरस्वती पैराडाइज पब्लिक स्कूल के बच्चे अभिवावकों के साथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे. जहां अभिवावकों का कहना है कि 2012 से प्रबंधन और प्रधानाचार्य के बीच गतिरोध चल रहा है. प्रबंधन ने स्कूल के प्रधानाचार्य को उनके पद से हटाया, जिसके बाद स्कूल के बाकी स्टाफ ने भी इस्तीफा दे दिया.

वहीं, बच्चों का कहना है कि प्रशासन से आग्रह करना चाहते है कि स्कूली विवाद को एक तरफ रखकर जब तक स्कूल प्रबंधन का मसला सुलझ नहीं जाता तब तक जिला प्रशासन के अंडर रखा जाए.  स्कूल प्रबंधन के सभी शिक्षकों को बर्खास्त करने से छात्रों और अभिवावकों को भविष्य और शिक्षा की चिंता सत्ता रही है. अभिवावकों का साफ़ कहना है कि प्रधानाचार्य और सभी शिक्षकों को दोबारा वापस लाना होगा स्कूल सत्र के बीच में शिक्षकों के बदलाव का सीधा प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ेगा.

अभिवावकों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगया कि 3 महीने से स्कूल में स्तिथि बेहत खराब चल रही है. पुलिस प्रशासन की निगरानी में स्कूल चल रहा है. स्कूल प्रबंधन हरियाणा का है और आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग स्कूल प्रबंधन में आ गए हैं. पिछले 2-3 महीनों में प्रबंधकों द्वारा प्रधानाचार्य और शिक्षकों को डराया गया.

कुछ दिन पूर्व शोघी में स्कूल प्रबंधन ने प्रेसवार्ता कर स्कूल के प्रधानाचार्य को बर्खास्त कर दिया, जिसके बाद सभी शिक्षकों ने भी इस्तीफा दे दिया. जिसका खामियाज़ा स्कूल के करीब एक हज़ार  बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. स्कूल प्रबंधक भाई-बहन की आपसी लड़ाई से परेशान अभिवावकों का कहना है स्कूल प्रबंधन करोड़ों रुपए कमा कर बच्चों के भविष्य से खेल रहा है.