गोवा में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की बड़ी कार्रवाई में 1200 करोड़ रुपये के एक भूमि कब्जा घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। ईडी ने गोवा और हैदराबाद में 13 स्थानों पर छापेमारी कर 72 लाख रुपये नकद, 7 लग्जरी गाड़ियां और कई बैंक खाते जब्त किए हैं।
जांच के अनुसार, यशवंत सावंत और उनके सहयोगियों ने अंजुना और असगांव इलाकों में स्थित लगभग 3.5 लाख वर्ग मीटर सरकारी जमीन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कब्जा कर लिया। इन जमीनों को बाद में बेचा भी गया, जिससे करोड़ों रुपये की कमाई की गई।
ED को मिलीं लग्जरी गाड़ियां
छापों के दौरान बरामद की गई गाड़ियों में Porsche, BMW, Range Rover और Mercedes जैसी लग्जरी कारें शामिल हैं। साथ ही, आरोपियों के कई बैंक खाते और फिक्स्ड डिपॉजिट भी सीज कर दिए गए हैं।
ईडी अधिकारियों का कहना है कि यह घोटाला केवल एक बड़े लैंड ग्रैबिंग नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है और जांच अभी जारी है। आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते हैं।
नकली सोने से गोल्ड लोन घोटाले का भी भंडाफोड़
ईडी ने एक अलग मामले में यूको बैंक से धोखाधड़ी कर नकली सोने के आभूषणों के बदले लोन लेने के मामले की भी जांच की है। इस मामले में गुंडू केल्वेकर और हेमंत रायकर के ठिकानों पर 5 सितंबर को छापेमारी की गई थी।
धोखाधड़ी का तरीका:
- आरोपियों ने नकली पीले धातु के आभूषणों को असली सोना बताकर लोन लिए।
- ये लोन यूको बैंक की वेरना, फतोर्दा और मडगांव शाखाओं से लिए गए थे।
- कुल नुकसान 2.63 करोड़ रुपये से अधिक का बताया गया है।
जांच में सामने आया कि गुंडू केल्वेकर ने अपनी पत्नी मयूरी गुंडू केल्वेकर की मदद से इन लोन की राशि को अपने और सहयोगियों के खातों में स्थानांतरित किया और फिर नकद निकासी की गई। तलाशी में 4.5 किलोग्राम नकली आभूषण बरामद हुए जिन्हें असली सोने की तरह दिखाया गया था।
ईडी ने पुष्टि की है कि यह लोन घोटाला केवल यूको बैंक तक सीमित नहीं था, बल्कि अन्य सार्वजनिक और सहकारी बैंकों से भी फर्जीवाड़ा किया गया था। मनी लॉन्ड्रिंग के पूरे नेटवर्क की जांच जारी है।