न्यूज़ फ्लिक्स भारत। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अंतरिक्ष क्षेत्र की स्टार्टअप इकाइयों को समर्थन देने के लिए 1,000 करोड़ रुपये के उद्यम पूंजी कोष की स्थापना को मंजूरी दी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बारे में जानकारी दी। यह कोष भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (आईएन-स्पेस) के अंतर्गत कार्य करेगा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से संचालित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में स्वीकृत इस कोष के तहत दो चरणों में 30-35 अंतरिक्ष स्टार्टअप इकाइयों में निवेश किया जाएगा। पहले चरण में इन कंपनियों को 5 से 10 करोड़ रुपये और दूसरे चरण में 10 से 60 करोड़ रुपये का निवेश मिलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस कोष की घोषणा आम बजट में की थी, जिससे अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में प्रगति को बढ़ावा मिलने और निजी क्षेत्र की भागीदारी से भारत के नेतृत्व को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
इंडियन स्पेस एसोसिएशन (आईएसपीए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट (सेवानिवृत्त) ने कहा कि यह कोष भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा और निवेशकों को इस क्षेत्र में निवेश के लिए प्रेरित करेगा।
पिक्सल के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवैस अहमद ने भी इस कोष की सराहना की, कहा कि यह भारत के अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बेहद आवश्यक है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “यह कोष अंतरिक्ष कंपनियों की अगली लहर की शुरुआत हो सकता है, जो जलवायु निगरानी से लेकर उपग्रह संचार तक विविध क्षेत्रों में काम करेगी।”