महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के बयान से राज्य की सियायत गरमा गई है. राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को साथ आने का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र हित में अगर साथ आना पड़े तो मैं उसके लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा महाराष्ट्र और मराठियों के अस्तित्व के आगे उद्धव और उनके झगड़े बहुत छोटे हैं. महाराष्ट्र बहुत बड़ा है. उनके लिए उद्धव के साथ आना और साथ में रहना कोई मुश्किल काम नहीं हैं.
वहीं, उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र की भलाई के लिए वह छोटे-मोटे झगड़ों को छोड़कर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अगर हमने सही फैसला लिया होता तो हम केंद्र और राज्य में सरकार बना सकते थे. उद्धव का कहना है कि उनकी तरफ से कोई झगड़ा नहीं था. महाराष्ट्र के हित के लिए वे साथ आने को तैयार हैं. वहीं, उद्धव ने राज ठाकरे के प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि वो भी मराठियों के हित में सब कुछ कर सकते है. पर पहले वो (राज ठाकरे) कसम खाए कि वो कभी गद्दारों के साथ नहीं जाएंगे. कभी उनको अपने घर खाने पर नहीं बुलाएंगे.
