बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन ने आज तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया। मगर प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी की तस्वीर न दिखने पर सियासी हलचल तेज हो गई।
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस पर तीखा तंज कसते हुए कहा –
“राहुल गांधी की तस्वीर गायब थी, ये कौन सा गठबंधन है? 243 सीटें हैं और 255 पर चुनाव लड़ रहे हैं!”
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार पर “ज़ीरो टॉलरेंस” की बात हास्यास्पद है —
“लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में 32 साल की सज़ा हुई है, तेजस्वी पर भी 420 का केस है। वे नौकरी देंगे और ज़मीन ले लेंगे – यही उनका मॉडल है।”
रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाया कि बिहार के 2 करोड़ 60 लाख परिवारों को सरकारी नौकरी देने का वादा करने वाले तेजस्वी यह बताएँ कि कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा कहाँ से आएगा?
उन्होंने कहा कि एनडीए का विज़न, आरजेडी और उसके गठबंधन की “हवाबाज़ी” को जनता के सामने उजागर करना है।


