हरियाणा के गुरुग्राम में सेक्टर 57 में नेशनल लेवल की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उसके ही पिता द्वारा तीन गोलियां मारकर हत्या करने की वारदात ने सभी को झकझोर कर रख दिया और ये सोचने पर मजबूर कर दिया की आखिर क्यों एक पिता ही अपनी बेटी का कातिल बन गया. अब सोचने वाली बात यह है कि क्या वाकई में पिता ने समाज के तानों से परेशान होकर बेटी की जान ले ली या कारण कुछ और ही है. यह पूरी घटना गत गुरुवार सुबह करीब 11 बजे सेक्टर-57 स्थित मकान में हुई, जब दीपक ने राधिका पर 5 गोलियां दागीं, जिनमें से 3 उसकी पीठ पर लगीं.
दीपक यादव ने पुलिस को बताया कि वजीराबाद गांव में लोग उस पर ताने कसते थे. कहते थे, “बेटी की कमाई पर पल रहा है.” कुछ ने तो राधिका के चरित्र पर भी सवाल उठा दिए. दीपक इस “बेइज्जती” से मानसिक अवसाद में चला गया, जिसके नतीजतन एक हंसती-खेलती बेटी की बेरहमी से हत्या हो गई. हालांकि, पहले सोशल मीडिया पर रील बनाने को लेकर हत्या की बात सामने आई थी, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार कर दिया है.
राधिका कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. एक बेटी, जिसने भारत का नाम रोशन किया और एक पिता, जो उसकी सफलता नहीं सह पाया. सवाल सिर्फ हत्या का नहीं, मानसिकता का है. इस मामले में पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है. SHO विनोद कुमार का कहना है कि आरोपी दीपक यादव को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है.
