न्यूज़ फ्लिक्स भारत। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर नई दिल्ली स्थित राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल मौजूद रहे. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन. सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणापुंज बना रहेगा’.
सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणापुंज बना रहेगा।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2024
वहीं, पीएम मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक्स पर लिखा, ‘देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि’.
देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2024
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, बापू ने ही मुझे सिखाया है, जीना है तो डरे बिना जीना है – सत्य, प्रेम, करुणा और सौहार्द के रास्ते पर सबको जोड़ते हुए चलना है. गांधी जी एक व्यक्ति नहीं, जीने और सोचने का तरीका हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन. वहीं, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन. शास्त्री जी की सादगी, सरलता, और देश के प्रति उनका अटूट समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है. ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे के साथ, देशवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे.
बापू ने ही मुझे सिखाया है, जीना है तो डरे बिना जीना है – सत्य, प्रेम, करुणा और सौहार्द के रास्ते पर सबको जोड़ते हुए चलना है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 2, 2024
गांधी जी एक व्यक्ति नहीं, जीने और सोचने का तरीका हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन। pic.twitter.com/qikJehkZ8B
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था और उन्होंने अहिंसक प्रतिरोध के अपने सिद्धांतों के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके कारण अंततः 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली. वहीं दोश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 1904 को उत्तर प्रदेश में हुआ. उन्होंने 1964 से 1966 तक भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. पाकिस्तान के साथ ताशकंद समझौते के तुरंत बाद 11 जनवरी, 1966 को ताशकंद में उनका निधन हो गया. शास्त्री जी एक दूरदर्शी नेता थे, जो गांधी जी की शिक्षाओं से बहुत प्रभावित थे और उन्होंने राष्ट्र की प्रगति के लिए अथक प्रयास किया.
