अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने भाजपा को फायदा पहुंचाने के बदले में एक बैंक द्वारा 18 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किये जाने की खबरों को ‘घृणित गपशप’ बताकर खारिज कर दिया. एक्स पर एक पोस्ट में, प्रीति जिंटा ने कहा कि ऋण 10 साल पहले पूरी तरह से चुकाया गया था. वहीं, सोमवार को केरल कांग्रेस ने एक्स हैंडल पर लिखा, उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट बीजेपी को दे दिए और 18 करोड़ रुपये बट्टे खाते में डाल दिए और पिछले हफ्ते बैंक डूब गया. जमाकर्ता अपने पैसे के लिए सड़कों पर हैं.
प्रीति जिंटा ने जवाब में लिखा, नहीं, मैं अपना सोशल मीडिया अकाउंट स्वयं संचालित करता हूं और फर्जी खबरों को बढ़ावा देने के लिए आप पर शर्म आती है! किसी ने मेरा कुछ भी या कोई ऋण माफ नहीं किया. मैं हैरान हूं कि एक राजनीतिक दल या उनका प्रतिनिधि मेरे नाम और छवियों का उपयोग करके फर्जी खबरों को बढ़ावा दे रहा है और घृणित गपशप और क्लिक प्रलोभन में शामिल हो रहा है. रिकॉर्ड के लिए, एक ऋण लिया गया था और पूरी तरह से वापस कर दिया गया – 10 साल पहले. आशा है कि यह स्पष्ट हो जाएगा और मदद मिलेगी ताकि भविष्य में कोई ग़लतफ़हमी न हो.
बता दें कि 13 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक ने अनियमितताओं का हवाला देते हुए न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक पर गंभीर प्रतिबंध लगा दिए थे, और उसे मौजूदा ऋणों के नवीनीकरण के नए ऋण जारी करने से रोक दिया था. इसे नए निवेश या जमा स्वीकार करने और अपनी संपत्ति बेचने से भी रोक दिया गया था. आरबीआई ने न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक के निदेशक मंडल को भी 12 महीने के लिए हटा दिया और इस अवधि के लिए एसबीआई के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक को प्रशासक नियुक्त किया.
