IMEC प्लान पर ट्रंप से चर्चा करेंगे पीएम मोदी, चीन को टक्कर देने की तैयारी

प्रधानमंत्री मोदी 12 फरवरी को अमेरिका के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे. पीएम मोदी की यात्रा में भारत-अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा होगी. प्रधानमंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे. दोनों नेता रक्षा सहयोग के साथ-साथ चीन के बढ़ते आर्थिक और सैन्य प्रभाव को लेकर भी बात करेंगे.

क्या है भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEC)?

IMEC भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा है. इसकी खास बात यह है कि यह भारत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, इज़रायल और यूरोप को जोड़ने वाला 4,500 किलोमीटर का व्यापार मार्ग हैं. यह गलियारा पारंपरिक समुद्री मार्गों की तुलना में ट्रांजिट टाइम में काफी कटौती करेगा. इससे नए बंदरगाहों, रेल नेटवर्क और ऊर्जा परियोजनाओं से भागीदार देशों को भी फायदा होगा.

IMEC को लेकर होगी प्लानिंग

भारत-अमेरिका कई प्रमुख क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं. जिनमें सबसे महत्वपूर्ण भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) है. आईएमईसी सिर्फ एक व्यापार मार्ग ही नहीं है, बल्कि ये चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) को काउंटर करने के लिए बनाई गई एक स्ट्रैटजी है. IMEC के रास्ते भारत की टेक्नोलॉजी और केमिकल क्षमताओं में इजाफा होगा.

अडानी ग्रुप की ऊर्जा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक के क्षेत्र में निवेश करती है. अडानी समूह ने हाइफा बंदरगाह में टर्मिनल बनाने के लिए निवेश किया है. अडानी समूह का हाइफा बंदरगाह में 70 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी है, जो भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर का महत्वपूर्ण हिस्सा है. इससे न सिर्फ भारत-इजरायल का संबंध मजबूत होगा, बल्कि भूमध्य सागर में भारत को पैर जमाने का मौका भी देगा.

error: Content is protected !!