हिमाचल प्रदेश के जिला काँगड़ा का पालमपुर यूँ तो चाय वागानों के लिए जाना जाता है लेकिन इस शहर की एक बेटी काशवी आज कल अपनी अनूठी प्रतिभा के लिए लोगों के आकर्षण का केंद्र है l पालमपुर के लोहना की हिमुड़ा कॉलोनी में अपने माता पिता के साथ ग्यारह साल की काशवी रहती है l क्षेत्र में इसकी अनूठी प्रतिभा का लोहा हर कोई मान रहा है l काशवी ने लाक्डाउन के दौरान जब पढ़ाई शुरू की तो दो महीने में एक कक्षा का पूरा पाठ्यक्रम पूरा करती गयी और तीसरी से लेकर सातवीं तक का पाठ्यक्रम पूरा कर लिया और हिमाचल उच्च न्यायालय के आदेश से काशवी को आठवीं कक्षा में एडमिशन मिली और फिर दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर नोवीं कक्षा में सीबीएसई में रजिस्ट्रेशन हुआ
संगीत और खेल में भी ख़ासी रुचि
काशवी पढ़ाई के साथ संगीत और खेल में भी ख़ासी रुचि रखती है काशवी की माता की मानें तो काशवी शुरू से ही पढ़ने में कुछ आगे दिखती थी लेकिन लॉक डाउन के दौरान उन्हें उसकी इस प्रतिभा का अहसास हुया जब यह मात्र दो महीने में ही एक कक्षा पा पूरा पाठ्यक्रम खतम करती गयी और आज दसवीं की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर गई .
