बिहार में गुरुवार को नई सरकार का गठन हुआ और नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में लगातार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 26 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। अब सभी की निगाहें नए मंत्रिमंडल में विभागों के आवंटन पर हैं, जिसकी घोषणा 21 नवंबर को होने की संभावना है।
बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी शपथ ली, जिससे संभावना जताई जा रही है कि वे एक बार फिर उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई शीर्ष नेता मौजूद थे।
नए मंत्रिमंडल में जनता दल (यूनाइटेड) के आठ, बीजेपी के 14, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के दो और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा व राष्ट्रीय लोक मोर्चा के एक-एक सदस्य शामिल हैं। इसमें तीन महिला मंत्री भी हैं। जेडीयू के जमा खान कैबिनेट का एकमात्र मुस्लिम सदस्य हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री समेत 27 मंत्री हैं, जबकि नौ और पद बाद में भरे जाएंगे। मंत्रीओं का सामाजिक एवं जातिगत वितरण भी संतुलित रखा गया है, जिसमें ओबीसी, ईबीसी, पिछड़ा और दलित वर्ग के सदस्य शामिल हैं।


