भाजपा के राज्य सभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा भारतीय सेवा ने जिस प्रकार से आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया उसके लिए केंद्र सरकार व सेना को शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि 6 से 7 मई की दरमियानी रात को 1:05 बजे से लेकर 1:30 बजे तक सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। 25 मिनट के इस ऑपरेशन में 24 मिसाइलों के जरिए नौ आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया गया। इन नौ ठिकानों में से पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में थे, वहीं चार पाकिस्तान में थे। इन ठिकानों में आतंकियों को भर्ती किया जाता था। उन्हें प्रशिक्षित किया जाता था। उनके दिमाग में जहर भरा जाता था। ऑपरेशन सिंदूर में यह खास ध्यान रखा गया कि पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों, रिहाइशी इलाकों और आम नागरिकों को नुकसान न पहुंचे।
उन्होंने कहा कि ठिकाने वो उड़ाए जिसमें आतंकी थे। जिन आतंकवादी संगठनों ने भारत को चुनौती दी थी उनके घर में जाकर उनको मारा। पहला ठिकाना सवाई नाला कैम्प, मुजफ्फराबाद, पीओके जो कि नियंत्रण रेखा से 30 किमी दूर था और किसका कैम्प था लश्कर-ए-तैयबा का जिसमें 2024 में सोनगर्म और गुलमर्ग में हुए आतंकी हमलों के साथ-साथ पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को पर्यटकों पर हुए हमले को अंजाम देने आए आतंकियों ने इसी शिविर में प्रशिक्षण लिया था। यह आतंकी शिविर 2000 में शुरू हुआ था। पाकिस्तान की फौज और आईएसआई के अफसर अक्सर यहां आते थे।
