अमेरिका और पाकिस्तान ने तेल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते को अंतिम रूप दिया है। इस आशय की घोषणा पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार रात अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर की। ट्रंप ने अपने संदेश में लिखा, “हमने अभी-अभी पाकिस्तान के साथ एक व्यापक समझौता किया है, जिसके तहत दोनों देश मिलकर पाकिस्तान के विशाल अप्रयुक्त तेल भंडारों को विकसित करेंगे।”
इस समझौते का उद्देश्य न केवल ऊर्जा संसाधनों का विकास करना है, बल्कि व्यापारिक टैरिफ को भी कम करना है ताकि दोनों देशों के बीच ऊर्जा व्यापार सुगम हो सके। हालांकि अभी तक किसी अमेरिकी तेल कंपनी का चयन नहीं किया गया है, लेकिन ट्रंप ने कहा कि जल्द ही ऐसी कंपनी तय की जाएगी जो इस परियोजना का नेतृत्व करेगी। उन्होंने आगे कहा, “हम उपयुक्त तेल कंपनी के चयन की प्रक्रिया में हैं। कौन जानता है, भविष्य में पाकिस्तान से निकाला गया यह तेल भारत तक भी पहुंच सकता है।” इस बीच, पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगज़ेब अमेरिकी अधिकारियों से बातचीत के लिए वॉशिंगटन पहुंचे हैं। उन्होंने टैरिफ समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अहम बैठकें कीं।
यह रणनीतिक साझेदारी ऊर्जा के क्षेत्र में पाकिस्तान की भूमिका को वैश्विक मंच पर मजबूत कर सकती है, वहीं अमेरिका के लिए यह दक्षिण एशिया में ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक प्रभाव बढ़ाने का अवसर है।
