बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए महागठबंधन को लगभग राजनीतिक नक्शे से मिटा दिया। भाजपा, जेडीयू और लोकजनशक्ति-रामविलास के गठजोड़ ने मिलकर 202 सीटें जीत लीं, जबकि आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट सहित पूरा महागठबंधन 35 सीटों पर सिमट गया। सबसे बड़ा झटका आरजेडी को लगा, जो सिर्फ 25 सीटें जीत सकी। इसके बावजूद, दो महत्वपूर्ण मामलों में आरजेडी सबसे आगे रही।
वोट शेयर की बात करें तो आरजेडी ने सभी दलों को पीछे छोड़ दिया। सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने के कारण पार्टी को 23% वोट मिले, जो इस चुनाव में किसी भी दल का सबसे बड़ा वोट शेयर है। भाजपा को 20.08% वोट मिले, जबकि जेडीयू 19.25% वोट शेयर के साथ तीसरे स्थान पर रही। कांग्रेस 8.71% वोट पाकर काफी पीछे रह गई।
कुल वोटों की संख्या में भी आरजेडी सबसे आगे रही। ईवीएम और पोस्टल बैलेट मिलाकर 1 करोड़ 15 लाख 46 हजार से अधिक मतदाताओं ने लालटेन को वोट दिया। भाजपा को इससे करीब 15 लाख कम वोट मिले और उसे कुल 1 करोड़ 81 हजार से अधिक वोट प्राप्त हुए, हालांकि सीटों में भाजपा आरजेडी से काफी आगे रही और 89 सीटों पर विजयी रही। जेडीयू ने लगभग 96 लाख 67 हजार वोट हासिल कर 85 सीटें जीतीं। कांग्रेस को 43 लाख से थोड़े अधिक वोट मिले। सीटों के आंकड़े भले ही एनडीए की पूर्ण बहुमत से अधिक की जीत की ओर इशारा करते हों, लेकिन वोटों के आधार पर आरजेडी अब भी बिहार की सबसे बड़ी पार्टी रही।


